कुलगुरु अपने राज्य को बचाने के लिए सिंध प्रांत के दूसरे छोर पर चले गए, इस जगह एक अरब का राजा राज्य करता था।
वहां उनके एक दोस्त ने उन्हें किसी से मिलवाया, वो दो लोग थे, दोनों अलग-अलग धर्मों को मानते थे, एक अरब का धर्म मानता था और दूसरा हिंद का।
कुलगुरु अपने राज्य को बचाने के लिए सिंध प्रांत के दूसरे छोर पर चले गए, इस जगह एक अरब का राजा राज्य करता था।
वहां उनके एक दोस्त ने उन्हें किसी से मिलवाया, वो दो लोग थे, दोनों अलग-अलग धर्मों को मानते थे, एक अरब का धर्म मानता था और दूसरा हिंद का।
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