Description
बात कुछ साल पहले की है जब मैं एक आश्रम जा रहा था. अकसर लोगो के दिमाग में आश्रम को लेकर कई दुर्विचार होते है जैसे वो मौजमस्ती का अड्डा होता है परन्तु ऐसा कुछ भी नही है, आश्रम एक पवित्र और मन को शान्ति देने वाली जगह होती है. मेरी नई नई शादी हुई थी. मेरी पत्नी का नाम नीता था. Force Sex
बॉबी नीता को गोद मे लेकर बैठ गया और अमित बाथरुम में घुस गया. नहा कर बाहर आया तो मुझे अंदर भेज दिया. मैं जल्दी जल्दी नहा कर बाहर आया दो देखा कि बॉबी तैयार होकर जा चुका था और नीता घुटनो के बल बैठी अमित के लॅंड को चुस रही थी.
साफ पता चल रहा था कि ये करने का नीता का बिल्कुल मन नही था और अमित उससे जबरदस्ती ये करवा रहा था. 10 मिनट के बाद अमित नीता के मुंस में ही संखलित हो गया. नीता ने उसका वीर्य बाहर थूक दिया. उसके बाद अमित तैयार हो गया
It's long story of 10 chapter.
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